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हमारे बारे में

प्रगति के रथ पर आरूढ़ बाड़मेर जिला अपने स्वर्णिम इतिहास का साक्षी रहा है। ‘राजस्थान का खुजराहो’ कहे जाने वाले किराड़ू मंदिर यहाँ के स्वर्णिम इतिहास के प्रमाण हैं। शताब्दियों पूर्व अपनी भव्यता का साक्षी रहा बाड़मेर 7 अप्रैल] 1948 को भारत सरकार द्वारा राजस्थान का नया जिला बनाया गया। ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार वर्तमान बाड़मेर शहर की स्थापना बहाड़ राव ने 13वीं शताब्दी में की थी। राजस्थान में क्षेत्रफल की दृष्टि से यह जैसलमेर के बाद दूसरा सबसे बड़ा जिला है। वर्तमान में वैश्विक पहचान बना चुके बाड़मेर का नाम देश के सबसे बड़े तेल और कोयला उत्पादक क्षेत्रों में लिया जाता है।

शताब्दियों से संचित यहाँ के महामनाओं के तपपूर्ण जीवन के पसीने की बूँदें यहाँ के रेगिस्तान के कण कण में विद्यमान है। कहते हैं जहाँ प्रकृति और पूत जब एक ही दिशा के राही बनते हैं तो वहाँ विधाता सृजन की सुखद कहानी लिखना चाहते हैं।

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बाड़मेर के लिए एक तरफ प्रकृति ने भू-गर्भ का खजाना खोला है तो वहीं दूसरी तरफ यहाँ के सपूतों ने शिक्षा से प्रगति का संकल्प लिया है।

आज हम एक तरफ हमारे जिले में भारत की अत्याधुनिक रिफाईनरी के सपने को साकार होता देख रहे हैं तो दूसरी तरफ शिक्षा के माध्यम से अपनी प्रतिभा को प्रमाणित करने वाली प्रतिभाओं के हौसले को देख रहे हैं यहीं से विधाता की सृजन की सुखद कहानी का आगाज हो रहा है।

विधाता की सृजन की इस सुखद कहानी की दिशा में चिन्तन करने पर स्वतः ही एक जिम्मेदारी का अहसास हुआ और वह जिम्मेदारी है ‘‘गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के माध्यम से प्रतिभाओं का मार्ग प्रशस्त करने की।’’

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सरकारी स्तर पर सामान्य उच्च शिक्षा के केवल 2 शैक्षणिक संस्थान ही उपलब्ध है तथा निजी क्षेत्र में भी गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के शैक्षणिक संस्थानों की पर्याप्त उपलब्धता का अभाव है। प्रशासनिक दृष्टि से बाड़मेर जिला 12 उपखण्डों] 14 तहसीलों] 21 पंचायत समितियों एवं 689 ग्राम पंचायतों में विस्तृत है।

इतनी विस्तृत प्रशासनिक इकाइयों में फैलाव रखने वाले बाड़मेर जिले के गली] मुहल्ला] ढाणी] गाँव] ब्लॉक] तहसील और उपखण्ड मुख्यालयों की परिधि में अपनी प्राथमिक] माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर की विद्यालयी शिक्षा पूर्ण करने के बाद अधिकांश युवा स्नातक की पढ़ाई हेतु जिला मुख्यालय के किसी गुणवत्तापूर्ण उच्च शैक्षणिक संस्थान में दाखि़ला लेने का सपना बुनने लगते हैं। किशोरावस्था से युवावस्था की दहलीज़ पर पाँव रखने वाले युवाओं को अगर इस वक्त सही दिशा में गति करने की राह मिल जाती है तो उसकी प्रतिभा निखरते हुए सुंदर भविष्य का निर्माण कर लेती है।

युवाओं के जीवन के इसी मोड़ पर उनका हाथ थामते हुए उनको उज्ज्वल भविष्य की राह दिखाने के लिए गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से हमारी संस्था द्वारा नवीन महाविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इस कार्य हेतु काफी लंबे समय से बाड़मेर के विद्वज्जनों] शिक्षाविदों] गणमान्य महानुभावों] विद्यार्थियों] युवा साथियों और अभिभावकों द्वारा हमारी संस्था से महाविद्यालय स्थापना की माँग की जा रही थी। सभी की भावनाओं के अनुरूप दिनांक 18-08-2020 को राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ‘हरि दयालु कौशल महाविद्यालय, बाड़मेर’ नाम से नवीन महाविद्यालय की मान्यता जारी की गई तथा दिनांक 05-11-2020 को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय] जोधपुर द्वारा नवीन सम्बद्धत्ता जारी की गई।

वर्तमान में इस महाविद्यालय में BA एवं BSc पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। यह महाविद्यालय विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्तर की गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के क्षेत्रों का अवसर उपलब्ध करवाता है जैसे - रोजगारोन्मुखी मार्गदर्शन] प्रतियोगी परीक्षाओं का पथप्रदर्शन] भारतीय संस्कृति के जीवन मूल्यों का ज्ञान] व्यावहारिक जीवन जीने की कला] पारम्परिक संस्कार शिक्षा] विचार प्रस्तुति कौशल] प्रभावपूर्ण अभिव्यक्ति कला आदि। इस संस्थान का उद्देश्य युवाओं के बहुमुखी व्यक्तित्व का निर्माण करते हुए जीवन के हर क्षेत्र में हिम्मत] मेहनत] लग्न निष्ठा और ईमानदारी के गुणों से संपन्न युवाओं को उतारना है।

हमारे संस्थान के प्रस्तावित कार्यक्रमों के अन्तर्गत सरकारी विश्वविद्यालयों के ऐसे पाठ्यक्रम जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी तथा रोजगारोन्मुखी है उन पाठ्यक्रमों की सुविधाओं का विस्तार करते हुए संस्थान को बहुआयामी रूप प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

शिक्षा को मानव जीवन के विकास का आधार मानने वाले सभी प्रबुद्धजों एवं युवा साथियों का हम आह्वान करते हैं कि आओं हम मिल कर भारतीय संस्कृति के जीवन मूल्यों और संस्कारों को उच्च शिक्षा के साथ जोड़ कर वर्तमान समय की सभी समस्याओं और संकटों के समाधान का युगानुकूल प्रयास करते हुए मानवीय सभ्यता को उजला रूप प्रदान करने वाले समूह के सहभागी बने -

आओ सच्चे साधकों सी, साधना मिल कर करें।
मुक्त हो युग संकटों से, प्रार्थना मिल कर करें।
आओ कदमों को बढ़ाएं, साध्य की ही ताल से।
झेल लें हर चोट आओ, साधना की ढ़ाल से ।
Features

Our Special Features

Diverse Course Offerings

A wide range of academic programs and majors such as B.Sc. in Biology, B.Sc. in Mathematics, B.A. (Bachelor of Arts), etc.

Community Engagement

Initiatives promoting social responsibility, community service, and outreach programs.

Expert Mentor

Highly qualified professors and instructors with expertise in their respective fields.

Extracurricular Activities

Clubs, sports teams, cultural events, and student organizations for holistic development.